how can farmers increase income by 2022
The government of india has set a target of farmers income by
the year of 2022 and make a brilliant policy The Government
of india has approved a budgetary provision of Rs 10774.50 crore for the scheme
which appear till march 2022
किसानो की आय दुगुनी कैसे हो मोदी सरकार इस पर मुस्तेदी से काम कर रही है भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा जिन योजनाओ पर काम किया जा रहा है उनमे से कुछ चुनिन्दा प्रोजेक्ट का विवरण हम आपको उपलब्ध करा रहे
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जैविक खेती |
जैविक खेती :लाभदायक एवं औषधीय गुणों वाली फसल
आधुनिक युग में लोगो के
खान पान एवं उच्च स्तरीय जीवन शैली की दौड़ में
जहाँ खाने की तो छोडिये पीने का पानी भी शुद्ध नहीं है तो यह तो स्वाभाविक है की
लोगो में खान पान की शुद्धता के लिये जागरूकता बढ़ी है अतः यह कहने की आवश्यकता
नहीं है की जैबिक खेती एक मुनाफे का सौदा है
आजकल की कृषि पद्धति
में अन्धाधुन्ध कीटनाशको एवं रसायनों का प्रयोग तो कुछ हद तक
ठीक था परन्तु बर्तमान में अधिक फसल उत्पादन हेतु किया जा रहा हारमोंस
एवं कित्नाशाको का प्रयोग भोजन को अखाद्य बना चूका है बैंगन मुली तरबूज आम पपीता
गेहू अर्थात सब कुछ दूषित हो गया है जिससे सामान्य मानवीय अनेको नयी नयी बीमारियों
की गिरफ्त में फास्ता चला जा रहा है ऐसे में स्वाभाविक रूप से ली जाने वाली
नैसर्गिक फसल की मिठास व स्वाद तो हम भूल ही चुके है
इन्ही विसंगतियों के
कारण आजकल जैविक खेती को वढावा दिया जा रहा है जैविक खेती एक उत्तम स्वास्थ्य का
स्थाई समाधान हो सकता है जैविक खेती में राईजोवियम एवं एजेटोवेक्टर दो प्रप्रकार
के कल्चर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं हरी खाद ढैंचा ग्वार गोवर की खाद
अन्य सहयोगी कारक है
इन्ही विसंगतियों के कारण आजकल जैविक खेती को वढावा दिया जा रहा है जैविक खेती एक उत्तम स्वास्थ्य का स्थाई समाधान हो सकता है जैविक खेती में राईजोवियम एवं एजेटोवेक्टर दो प्रप्रकार के कल्चर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं हरी खाद ढैंचा ग्वार गोवर की खाद अन्य सहयोगी कारक है
जैविक खेती के लाभ
- हानिकारक रसायन रहित खाद्यान्न
- कैंसर जैसी घातक बीमारियों से मुक्ति
- मृदा संरक्षण
- पर्यावरण संरक्षण
- लाभदायक खेती
- सस्ती खेती
जैविक खेती किये जाने का तरीका how to do jaivik kheti
सवसे पहले आप खेत तैयार करे जिसमें किसी भी प्रकार के रासायनिक खाद व कीटनाशकों का प्रयोग न करें तथा रवी में चना तथा खरीफ में अरहर की फसल से शुरू करे पहली फसल जैविक खेती नहीं है क्योंकि पहले से दूषित भूमि को शुद्ध करने की प्रक्रिया मात्र है तदुपरांत आप नियमित रूप से फसल बार गोबर की खाद का उपयोग करे यह अत्यंत शुद्ध एवं लाभदायक रसायनो से युक्त होतीं है विजोउपचार में नीम के पत्तो को सड़ाकर बनाये गए पानी का उपयोग कर सकते है इसके उपरांत आप लोग दलहनी फसलों के लिए राइजोबियम कल्चर का उपयोग आबशयक रूप से करे फसल में सिंचाई के बाद खाद के रूप में केंचुआ निर्मित खाद देवे अन्य किसी भी कीटनाशक का प्रयोग वर्जित है अधिक जानकारी के लिए जैविक खेती को पढ़े
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how can farmers increase income by 2022 |
जैविक खेती के उत्पाद को अच्छे दामों में कैसे बेचे
प्रमाण पत्र लेकर जैविक खेती उत्पाद बेचना किशन के लिए आसान होगा क्योंकि सरकार की इसी गॅरंटी के आधार पर एजेंसी आपके उत्पाद को खरीदती है प्रमाण पत्र लेने के प्रक्रिया भारत में अपेक्षाकृत सस्ती एवं आसान है
इसके तहत राजस्थान प्रमाणीकरण जैविक रोका संस्था को कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण की और से नेशनल आर्गेनिक प्रोग्राम -यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर से सम्बद्धता की मान्यता दी गयी है रोका को नेप के मानको के अनुसार अनुमति मिलने से विदेशो में जैविक उत्पादों की स्वीकार्यता बढ़ेगी रोका भारत की दूसरी संस्था है जो जैविक उत्पादों का प्रमाणीकरण करती है इसके माध्यम से किसी भी फसल को तीन गुने दामों पर आसानी से बेचा जा सकता है
रोका ऑडिट करके प्रमाण पत्र जारी करती है आठ चरणों की प्रक्रिया में सबसे पहले www.rssopca.co.in से आवेदन अपलोड कर जयपुर स्थित कार्यालय कृषि पंत भवन सम्पूर्ण भारत के लिए आवेदन शुल्क जिसका विवरण निचे अंकित है भेजना होगा संस्था की टीम के अवलोकन उपरांत आपको प्रमाणपत्र जारी कर दिया जावेगा शुल्क निम्न प्रकार है
- पंजीकरण -1000
- निरीक्षण -2500
- स्कोप सर्टिफ़िकेट -500
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